Posts

कहीं हम टैकटोनिक प्लेट्स को डिस्टर्ब तो नहीं कर रहे? | Are we disturbing the tectonic plates?

Image
कहीं हम टैकटोनिक प्लेट्स को डिस्टर्ब तो नहीं कर रहे? | Are we disturbing the tectonic plates? पृथ्वी की सतह टेक्टोनिक प्लेट्स से बनी है जो लगातार हिलती रहती हैं, जिससे भूकंप और ज्वालामुखी जैसी घटनाएं होती हैं। पृथ्वी पर सात प्रमुख टेक्टोनिक प्लेटें हैं: अफ्रीकी, अंटार्कटिक, यूरेशियन, इंडो-ऑस्ट्रेलियाई, उत्तरी अमेरिकी, प्रशांत और दक्षिण अमेरिकी। भारत इंडो-ऑस्ट्रेलियाई प्लेट पर स्थित है। टैकटोनिक प्लेट्स को बड़े बांधों से खतरा है क्योंकि वह प्लेट्स के ऊपर असंतुलन पैदा करते हैं। सोने की बात है की ठोस जमीन को काटकर वहां पानी भर दिया जाए तो पानी में उठने वाली जल तरंगे भी प्लेट्स को डिस्टर्ब कर सकती हैं। उत्तराखंड में होने वाले हादसे इसके प्रत्यक्ष उदाहरण हैं। Are we disturbing the tectonic plates? The surface of the Earth is made up of tectonic plates that keep moving continuously, causing incidents like earthquakes and volcanoes. There are seven major tectonic plates on Earth: African, Antarctic, Eurasian, Indo-Australian, North American, Pacific and South American. India i...

क्या हम अपनी पृथ्वी को जानते हैं? - डॉ सुश्रीशरदसिंह | Do we know our earth? - Dr. Ms. Sharad Singh

🌏 हम सोचते हैं कि हम अपनी पृथ्वी को जानते हैं, लेकिन सच यही है कि हम अपनी पृथ्वी के बारे में 5 ℅ - 10% से अधिक नहीं जानते। कम से कम हम आमजन। मैं वैज्ञानिकों की बात नहीं कर रही हूं। मैं बात कर रही हूं मेरे जैसे जिज्ञासु लोगों की, जो जानना चाहते हैं और धीरे-धीरे जानने का प्रयास करते रहते हैं। मैं बात कर रही हूं उन लोगों की भी जो सोचते तो है कि वे पृथ्वी को जानते हैं लेकिन न तो वे जानते हैं और न जानना चाहते हैं। वह अपनी छोटी-छोटी जरूरतों में उलझे रहते हैं। उनकी पृथ्वी उनकी अपनी ज़रूरतों तक सिमटी रहती है। दुर्भाग्य से ऐसे लोगों की संख्या अधिक है. ....  तो क्या हम उनसे उम्मीद कर सकते हैं कि वे जलवायु परिवर्तन को समझ सकेंगे या पर्यावरण को बचा सकेंगे या फिर इस पृथ्वी को बचाने के बारे में सोचते भी होंगे?         इस पूरे ब्रह्मांड में अभी तक की प्राप्त जानकारी के अनुसार एक पृथ्वी ही है जो जीवन से परिपूर्ण है हम भला उसे मंगल ग्रह की भांति जीवन कैसे होने दे सकते हैं? लेकिन हम कर क्या सकते हैं? मैं जब भी इस प्रश्न का जवाब ढूंढती हूं तो मुझे सबसे पहले यही उत्तर मिलता है...